Haryana Labor Welfare Board: हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को श्रम कल्याण बोर्ड की ओर से श्रमिकों के बच्चों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप की राशि को बढाने की घोषणा की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें अब तक कक्षा नौवीं से दसवीं तक की मिलने वाली राशि केवल ₹7000 थी वहीं कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों को ₹7750 मिलते थे और उच्च शिक्षा के लिए ₹8500 दिए जाते थे । हाल ही में हरियाणा सरकार ने इन तीनों श्रेणियों की स्कॉलरशिप को बढ़ाकर ₹10 हज़ार कर दिया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी ने बताया है कि यह योजनाएं श्रमिकों के बच्चों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई है जिससे कि इन बच्चों को शिक्षा का समान अवसर मिल सके और यह जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंच सके। इस योजना की घोषणा मनोहर लाल खट्टर जी ने नई दिल्ली से ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों और उनके बच्चों से सीधे संवाद में छात्रवृत्ति बढाने की घोषणा की।

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खुलेगी नई लाइब्रेरी
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जल्द ही प्रदेश में पुस्तकालय खोलने का वादा भी श्रमिकों के बच्चों के साथ किया ।उन्होंने बताया कि भूमि ,पूंजी, उधमिता और श्रम इन चार स्तम्भो पर देश की अर्थव्यवस्था टिकी होती है। ऐसे में श्रम का स्तंभ सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। भारत की अर्थव्यवस्था जिस ऊंचाई को छू रही है उसका सबसे महत्वपूर्ण श्रेय श्रमिकों को जाता है। इसीलिए हरियाणा में श्रमिकों और उनके बच्चों के कल्याण पर ध्यान दिया जाता है ।
योजनाओं का लाभ
इसके साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में अब तक लगभग 75% श्रमिक संघ असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं जिनका पंजीकरण असंगठित श्रमिको में हो चुका है । ऐसे में श्रमिकों तक उनके हित मे शुरू की गई योजनाओं का लाभ पहुंचाना काफी आसान हो जाता है ।
मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में बताया कि अब तक इस योजना के अंतर्गत लगभग 8,19,600 श्रमिकों का पंजीकरण किया जा चुका है तथा श्रमिकों के बच्चों को पहली कक्षा से ग्रेजुएशन तक ₹10000 की वार्षिक आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। इसके साथ ही श्रमिकों के बच्चों को तकनीकी और व्यवसायिक संस्थानों में पढ़ने के लिए ₹20000 की वार्षिक सहायता भी प्रदान की जा रही है।
वही मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप की भी व्यवस्था की गई है जिसके अंतर्गत 10वीं और 12वीं कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को 21000 से ₹51000 तक की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। वहीं उन्होंने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग और हरियाणा लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाले श्रमिकों के बच्चों को ₹1,00,000 तक की सहायता प्रदान की जाती है ।
श्रमिकों के बच्चो को किया सम्बोधित
इस प्रकार इस पूरी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने हरियाणा में श्रमिकों के हित में चलाई जाने वाली योजनाओं तथा उनके कल्याण हेतु योजनाओं में किया विशिष्ट बदलाव के बारे में प्रदेश के लोगों को संबोधित किया । इस संबोधन में मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारे जीवन में सीमित संसाधन होने पर भी हम सफल हो सकते हैं जिसके लिए हमारे देश में काफी सारे उदाहरण मौजूद हैं, जैसे उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण दिया कि कैसे सीमित संसाधनों के बाद में भी उन्होंने अकल्पनीय सफलता हासिल की ।
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दिव्यांग की बढ़ाई मदद राशि तथा श्रमिको की बेटियों के लिए नई व्यवस्था
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली राशि को भी ₹2500 से बढ़ाकर ₹3000 कर दिया है तथा श्रमिक परिवारों को कन्यादान स्कीम के अंतर्गत तीन बेटियों की शादी के लिए 51000 और ₹50000 शादी के प्रबंध के लिए भी देने का वादा किया है। इस प्रकार रविवार के दिन घटित हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने हरियाणा के श्रमिक संगठनों के लिए विभिन्न योजनाओं का वर्णन किया तथा श्रमिकों को संबोधित किया।