Teachers Salary Increment: झारखंड राज्य की हेमंत सरकार द्वारा अपने शासनकाल के 2 वर्ष पूरे करने पर राज्य के पारा शिक्षकों को दिया बड़ा तोहफा। हेमंत सरकार के 2 वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के पारा शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि का ऐलान किया गया है। इस विषय पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बताते हैं कि इस सरकार से राज्य के लोगों को बहुत सी अपेक्षाएं एवं आकांक्षाएं हैं। हमारी सरकार द्वारा आंतरिक संसाधनों को सुरक्षित रखने तथा राज्य के पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा करते हुए उनके साथ आगे बढ़ने एवं काम करने का तोहफा दिया गया है।

Teachers Salary Increment
राज्य की हेमंत सोरेन सरकार से झारखंड की जनता को बहुत सी अपेक्षाएं एवं उम्मीदें हैं। जिन उम्मीदों पर खरा उतरने की सरकार पूरी कोशिश कर रही है। हेमंत सरकार के 2 वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि इस सरकार से राज्य के लोगों की बहुत सी अपेक्षाएं हैं। राज्य के 65 हजार पारा शिक्षक जो 12 महीने में 11 महीने धरने पर रहते थे, हमारी सरकार द्वारा आंतरिक संसाधनों को ध्यान में रखते हुए राज्य के पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा करते हुए। उनके साथ आगे बढ़ने का काम किया है। अब 12 महीनों में 11 महीने यह शिक्षक स्कूल में पढ़ाते नजर आएंगे।
साथ ही सीएम द्वारा यह भी कहा गया है कि सरकार द्वारा पारा शिक्षकों की कार्यरत आयु 60 वर्ष कर दी गई है, तथा राज्य के पारा शिक्षकों के वेतन में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही अनुकंपा पर नौकरी, सरकारी आवास से लेकर अन्य सुख सुविधाओं का समाधान करना चाहती है, लेकिन समाधान नियम संगत एवं राज्य के हित में होने चाहिए तभी बात बन पाएगी।
झारखंड कैबिनेट द्वारा लिया गया फेसला
झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा राज्य के पारा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा है कि राज्य के अनुबंध कर्मियों के सड़कों पर उतरने से उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, बल्कि वार्ता एवं बातचीत के द्वारा ही किसी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। सरकार द्वारा किसी भी तरह की समस्या पर बातचीत एवं वार्ता करने के लिए तैयार है, इसके साथ ही अपना एवं राज्य का समय धरना प्रदर्शन पर जाया करने से कोई फायदा नहीं होगा, वार्ता के द्वारा ना सिर्फ समस्याओं का समाधान निकल सकेगा साथ ही राज्य के विकास में भी तेजी आएगी। इसके साथ ही हेमंत सोरेन द्वारा राज्य के पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की गई है।
इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी जीवाराम जी द्वारा जानकारी दी गई है। मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी बताते हैं कि पारा शिक्षकों की मांगों पर विचार करने वाली राज्य समिति की अनुशंसा एवं सिफारिश पर झारखंड राज्य की हेमंत सोरेन सरकार द्वारा उनके मानदेय को बढ़ाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। साथ ही राज्य के पारा शिक्षकों के वेतन में भी बढ़ोतरी की गई है। सुधीर त्रिपाठी जी द्वारा यह भी बताया गया है कि यहां प्रोजेक्ट भवन में पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से इस संबंध में वार्ता एवं बैठक की जा रही है।
कर्मचारी शिक्षा को के वेतन में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाएगी कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है कि कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही अन्य नवीन फैसले भी लिए जाएंगे जिसका सीधा लाभ शिक्षकों को प्राप्त होगा।
पारा शिक्षकों के मानदेय में 20 प्रतिशत तक की की जायेगी बढ़ोतरी
पारा शिक्षक कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है। झारखंड राज्य के पारा शिक्षकों के वेतन में एवं मानदेय में वृद्धि की गई है। शिक्षकेतर कर्मचारियों के मानदेय में 20 फ़ीसदी की वृद्धि का फैसला किया गया है। इसके साथ ही कर्मचारियों के वेतन में भी वृद्धि की गई है। इस योजना के तहत कर्मचारियों के बैंक खातों में 20 हज़ार रुपए तक जमा किए जाएंगे।
झारखंड राज्य की कैबिनेट द्वारा कर्मचारियों को लाभ देते हुए उनके मानदेय को 20 फ़ीसदी की दर से बढ़ाने का फैसला किया गया है। इस फैसले के साथ ही राज्य के सालाना बजट पर तीन करोड़ पचास लाख तक का भार देखा जाएगा। इतना ही नहीं कर्मचारियों के खाते में 20 हज़ार रुपए राज्य सरकार द्वारा जमा किए जाएंगे। इसका लाभ 60 हज़ार से अधिक कर्मचारियों को होगा। इन कर्मचारियों में रसोइयों से लेकर अन्य कर्मचारी शामिल होंगे। साथ ही राज्य सरकार द्वारा 3 करोड़ से अधिक की राशि अतिरिक्त खर्च की जाएगी।
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इसके साथ ही आपको बताते चलें कि पहले राज्य सरकार द्वारा नर्सिंग संस्थानों में प्रशिक्षण लेने वाली नर्सों को ही 1 साल तक सरकारी अस्पताल में अनिवार्य रूप से सेवा देनी पड़ती थी। नर्सिंग कोर्स में नामांकन भरने के साथ-साथ ही प्रशिक्षकों को बांडा बांध भरना अनिवार्य किया गया था वही एएनएम ₹10000 एवं जीएनएम को ₹12000 की मानदेय के रूप में उपलब्ध कराया जाता था इसके साथ ही एएनएम जीएनएम जिला प्राथमिक स्कूलों में 1 साल का बांध पर काम करना होगा इसके तहत अब पारा शिक्षक भी मानदेय के पात्र घोषित कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के इस फैसले पर पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा एवं अन्य शिक्षकों द्वारा खुशी का इजहार किया है। शिक्षकों ने पारा शिक्षकों के लिए आज का दिन बहुत बड़ा घोषित किया गया है और सरकार का आभार भी जताया है। उन्होंने कहा है कि आज के दिन शिक्षकों के घर में दिवाली मनाई जाएगी तथा उनके घरों में खुशी की लहर दौड़ गई है। राज्य के इस फैसले के द्वारा राज्य के 60 हजार से अधिक पारा शिक्षकों को इस योजना का लाभ मिलेगा तथा उनके घर में खुशहाली आएगी।