Operation Kaveri in Hindi( ऑपरेशन कावेरी): सूडान में आए संकट के कारण पूरे देश में स्थिति सामान्य नहीं है. सूडान में भारत के भी लगभग 3,000 से अधिक नागरिक फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri in hindi) शुरू किया है. इसके तहत लगभग 2500 के आसपास भारतीय नागरिकों की वापसी हो चुकी है. जबकि सरकार बचे हुए सभी भारतीय नागरिकों को ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत लाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भारत सरकार किस प्रकार अपनी विदेश कूटनीति के कारण सूडान में फंसे हुए सभी भारतीय नागरिकों को सही सलामत Operation Kaveri के अंतर्गत भारत लेकर आ रही है.
Operation Kaveri क्या है? Operation Kaveri in Hindi
भारत सरकार ने सूडान में संकटग्रस्त क्षेत्रों में स्थित सभी भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस पहुंचाने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरु किया है. Operation Kaveri 24 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया था. जिसके तहत अब तक कुल 2486 भारतीय नागरिकों को भारत बुलाया जा चुका है. बता दें कि भारत सरकार और उड़ान में स्थित उसकी एंबेसी मिलकर इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं. जिसमें विदेश मंत्रालय के साथ-साथ भारतीय वायुसेना और सूडान में स्थित भारतीय एंबेसी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं.
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इसके तहत सूडान में फंसे हुए सभी भारतीयों को निकालकर सूडान की राजधानी खार्तूम भेजा जा रहा है. जहां से इन्हें सऊदी अरब के शहर जद्दा एयरपोर्ट पर भेजा जाता है. दरअसल भारत सरकार ने सऊदी अरब के साथ बात करके जद्दा एयरपोर्ट पर अपना कंट्रोल रूम स्थापित किया है. जहां से देश के विभिन्न शहरों तक भारतीय नागरिकों को भेजा जा रहा है. इसके तहत रवाना हुई पहली फ्लाइट के अंदर कुल 360 भारतीयों को नई दिल्ली में भेजा गया था. जिसकी सूचना विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने ट्विटर के माध्यम से दी थी. इसी मिशन को ऑपरेशन कावेरी के नाम से संचालित किया जा रहा है.
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3000 से अधिक भारतीयों के फंसे होने की आशंका
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 3000 से अधिक भारतीय सूडान में फंसे हुए थे. जिन्हें ऑपरेशन कावेरी के माध्यम से अलग-अलग किस्तों में भारत भेजा जा रहा है. अभी तक आंकड़ों के अनुसार कुल 2486 भारतीय नागरिक भारत लौट चुके हैं. जिनमें सोमवार को 186 नागरिक फ्लाइट के माध्यम से भारत आए थे. इसके अतिरिक्त अलग-अलग जत्थो में भारतीयों को सूडान से वापस भेजने की कोशिशें जारी हैं. इससे पहले एक विमान में 229 नागरिकों को जबकि दूसरे विमान में 40 नागरिकों को बैठाकर भारत रवाना किया गया था. शुक्रवार को दो विमानों में कुल मिलाकर 754 भारतीय नागरिकों को रेस्क्यू करके भारत भेजा गया. इस प्रकार लगभग 2500 के आसपास नागरिकों को भारत भेजा जा चुका है. जबकि अभी भी भारत सरकार द्वारा संचालित ऑपरेशन कावेरी के अंतर्गत सूडान में फंसे हुए सभी भारतीय नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया चालू है.
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कई बुजुर्ग और बीमार भारतीय भी वापस भेजे गए
ऑपरेशन कावेरी के अंतर्गत सूडान में स्थित सभी भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेजा जा रहा है. जिसमें कई सारे बुजुर्ग और बीमार भारतीय भी शामिल हैं. जिन्हें एक विशेष प्रक्रिया के माध्यम से सावधानी पूर्वक भारत लाया जा रहा है. ताकि इन बीमार और बुजुर्ग भारतीयों को किसी प्रकार की समस्या ना आए, साथ ही इनसे अन्य लोगों को भी कोई समस्या का सामना ना करना पड़े. इस प्रकार इंडियन एयरलाइंस के साथ-साथ प्राइवेट एयरलाइंस भी भारतीय नागरिकों को इस ऑपरेशन के तहत भारत पहुंचाने का काम कर रही हैं जिससे बहुत सारे भारतीय नागरिक भारत पहुंच पाए हैं.
सूडान में चल रहा है गृहयुद्ध (Sudan Crisis)
अफ्रीका में स्थित एक देश सूडान है. जहां पर इस समय गृह युद्ध की स्थिति बनी हुई है. सूडान में सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के मध्य युद्ध चल रहा है जिसमें सूडान में होने वाले हजारों नागरिकों को नुकसान पहुंच रहा है. काफी सारे देशों ने अपने अपने नागरिकों को सूडान से निकालने के ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं. भारत ने भी सूडान में स्थित अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू कर रखा है. आपको बता दें कि अभी तक आंकड़ों के मुताबिक 528 से अधिक लोगों की मृत्यु गृह युद्ध के कारण हो गई है.
जबकि 4600 से अधिक ऐसे सूडान के नागरिक हैं जो बहुत ज्यादा घायल हो चुके हैं. ऐसे में अन्य देशों के नागरिकों के साथ-साथ सूडान के नागरिकों ने भी दूसरे देशों में पनाह लेने के लिए प्रयास करने शुरू कर दिए. कुछ नागरिक उड़ान से मिस्र की सीमा में भी घुस चुके हैं जिसकी पुष्टि मिस्र सरकार द्वारा की गई है. हालांकि लगभग 3000 के आसपास ऐसे भारतीय हैं जो सूडान में भारत से काम करने गए थे. इन सभी को भारत सरकार सुरक्षित रूप से वापस लाने की प्रक्रिया को फॉलो कर रही है. जिसमें से लगभग 2500 के आसपास नागरिकों को भारत वापस भी लाया जा चुका है.